भारत के सबसे सुंदर और हरियाली से भरपूर स्थल
(India's Most Beautiful Green and Tree-Rich Places in Hindi)
भारत प्रकृति की गोद में बसा एक ऐसा देश है जहाँ हर प्रकार की जलवायु और भू-दृश्य मिलते हैं। यहाँ ऊँचे पर्वत, घने जंगल, बहती नदियाँ और हरियाली से भरे स्थान हैं। आइए जानते हैं ऐसे ही कुछ प्रमुख और सुंदर जगहों के बारे में जहाँ पेड़ों की भरमार है और जिन्हें आप आसानी से घूम सकते हैं।
1. केरल – "धरती का स्वर्ग" (Kerala – God's Own Country)
क्यों प्रसिद्ध है: नारियल के पेड़, बैकवाटर्स, हरे-भरे जंगल, चाय के बागान।
प्राकृतिक सौंदर्य: केरल में आपको हर जगह हरियाली मिलेगी – चाहे वो मुनार के चाय के बागान हों या एलेप्पी के बैकवाटर। यहाँ के जंगलों में भारी मात्रा में वर्षा होती है जिससे यह राज्य साल भर हरा-भरा रहता है।
कैसे जाएँ:
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हवाई यात्रा: कोच्चि, तिरुवनंतपुरम और कालीकट में हवाई अड्डे हैं।
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रेल यात्रा: भारत के हर प्रमुख शहर से केरल के लिए ट्रेनें उपलब्ध हैं।
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सड़क मार्ग: नेशनल हाईवे द्वारा बस या कार से जाना भी संभव है।
2. सिक्किम – पूर्वोत्तर की हरी जन्नत
क्यों प्रसिद्ध है: ऊँचे पहाड़, बर्फीली चोटियाँ और चीड़ व बांज के घने जंगल।
प्राकृतिक सौंदर्य: सिक्किम का युमथांग वैली, गंगटोक और लाचुंग क्षेत्र घने पेड़ों और रंग-बिरंगे फूलों से भरपूर हैं। यहाँ के जंगलों में रोडोडेंड्रोन और बांस के पेड़ बड़ी संख्या में पाए जाते हैं।
कैसे जाएँ:
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हवाई यात्रा: निकटतम एयरपोर्ट बागडोगरा (पश्चिम बंगाल) है। वहाँ से टैक्सी या बस द्वारा गंगटोक।
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रेल यात्रा: न्यू जलपाईगुड़ी स्टेशन से टैक्सी या बस लें।
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सड़क मार्ग: दार्जिलिंग या सिलिगुड़ी से गंगटोक के लिए सीधी सड़क सुविधा।
3. उत्तराखंड – देवभूमि की हरियाली
क्यों प्रसिद्ध है: हिमालयी वनों, देवदार और बांज के पेड़ों, झीलों और झरनों के लिए।
प्राकृतिक सौंदर्य: नैनीताल, मसूरी, कौसानी, रानीखेत, और चोपता जैसे स्थान घने जंगलों से ढके हैं। चोपता को भारत का "मिनी स्विट्ज़रलैंड" भी कहा जाता है।
कैसे जाएँ:
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हवाई यात्रा: देहरादून (जॉली ग्रांट) सबसे नजदीकी एयरपोर्ट है।
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रेल यात्रा: हरिद्वार, ऋषिकेश और काठगोदाम मुख्य स्टेशन हैं।
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सड़क मार्ग: दिल्ली और उत्तर भारत से अच्छी बस और टैक्सी सुविधा है।
4. मेघालय – बादलों की भूमि
क्यों प्रसिद्ध है: दुनिया के सबसे ज्यादा बारिश वाले क्षेत्र (चेरापूंजी), जीवित पेड़-पुल (Living Root Bridges)।
प्राकृतिक सौंदर्य: मेघालय का शिलॉन्ग, मावलीन्नॉन्ग और चेरापूंजी हरे-भरे जंगलों और अनोखे पेड़-पुलों के लिए प्रसिद्ध हैं। यहाँ के वर्षावनों में हजारों पेड़ और फूलों की प्रजातियाँ मिलती हैं।
कैसे जाएँ:
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हवाई यात्रा: शिलॉन्ग या गुवाहाटी एयरपोर्ट (गुवाहाटी से 3-4 घंटे की ड्राइव)।
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रेल यात्रा: गुवाहाटी रेलवे स्टेशन।
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सड़क मार्ग: गुवाहाटी से टैक्सी या बस द्वारा शिलॉन्ग।
5. पश्चिम बंगाल – दार्जिलिंग और सुंदरवन
क्यों प्रसिद्ध है: चाय बागान, साल वनों और मैंग्रोव जंगलों के लिए।
प्राकृतिक सौंदर्य:
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दार्जिलिंग: हिमालय की तलहटी में स्थित हरी-भरी पहाड़ियों और चाय के बागानों से घिरा।
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सुंदरवन: विश्व का सबसे बड़ा मैंग्रोव वन और रॉयल बंगाल टाइगर का घर।
कैसे जाएँ:
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हवाई यात्रा: कोलकाता और बागडोगरा एयरपोर्ट।
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रेल यात्रा: न्यू जलपाईगुड़ी से दार्जिलिंग; कोलकाता से सुंदरवन के लिए ट्रेनें और नावें।
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सड़क मार्ग: बस व टैक्सी सेवा सभी प्रमुख शहरों से।
6. अरुणाचल प्रदेश – अनछुए जंगलों की भूमि
क्यों प्रसिद्ध है: बर्फीले पहाड़, घने जंगल, ऑर्किड फूल और सघन वन्यजीवन।
प्राकृतिक सौंदर्य: तवांग, जीरो वैली और नामदाफा नेशनल पार्क पेड़ों से घिरे हुए हैं। यहाँ कई आदिवासी जनजातियाँ भी प्रकृति के साथ संतुलन में रहती हैं।
कैसे जाएँ:
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हवाई यात्रा: गुवाहाटी या तेजू हवाई अड्डा।
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रेल यात्रा: असम के तिनसुकिया या गुवाहाटी तक ट्रेन।
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सड़क मार्ग: राज्य परिवहन की बसें और टैक्सी सेवा उपलब्ध।
7. झारखंड – जंगलों और झरनों का प्रदेश
क्यों प्रसिद्ध है: साल, सागौन और बांस के पेड़ों से ढके जंगल।
प्राकृतिक सौंदर्य: नेतरहाट, हजारीबाग, रांची और डाल्टनगंज क्षेत्र में घने जंगल और सुंदर झरने जैसे हुंडरू, दशम और जोन्हा झरना देखने को मिलते हैं।
कैसे जाएँ:
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हवाई यात्रा: रांची एयरपोर्ट।
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रेल यात्रा: रांची, बोकारो और जमशेदपुर प्रमुख रेलवे स्टेशन हैं।
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सड़क मार्ग: झारखंड राज्य परिवहन और प्राइवेट बसें उपलब्ध हैं।
8. मध्यप्रदेश – कान्हा और पचमढ़ी की हरियाली
क्यों प्रसिद्ध है: साल के जंगल, शेरों और बाघों का आवास, प्राकृतिक जलप्रपात।
प्राकृतिक सौंदर्य:
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कान्हा नेशनल पार्क: टाइगर रिजर्व, और साल वनों से घिरा हुआ।
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पचमढ़ी: मध्य भारत का एकमात्र हिल स्टेशन, बहुत ही हरा-भरा और शांत।
कैसे जाएँ:
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हवाई यात्रा: जबलपुर और भोपाल एयरपोर्ट।
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रेल यात्रा: पिपरिया स्टेशन (पचमढ़ी के लिए), जबलपुर स्टेशन (कान्हा के लिए)।
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सड़क मार्ग: राज्य परिवहन की नियमित बस सेवा है।
9. हिमाचल प्रदेश – देवदार और चीड़ के जंगल
क्यों प्रसिद्ध है: हिल स्टेशन, सेब के बागान, देवदार वनों और ट्रैकिंग ट्रेल्स के लिए।
प्राकृतिक सौंदर्य: मनाली, कुल्लू, धर्मशाला, स्पीति और खज्जियार जैसी जगहें ऊँचे पहाड़ों और पेड़ों से भरी हुई हैं।
कैसे जाएँ:
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हवाई यात्रा: भुंतर (कुल्लू), धर्मशाला और शिमला एयरपोर्ट।
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रेल यात्रा: कालका तक ट्रेन, फिर सड़क मार्ग।
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सड़क मार्ग: दिल्ली से सीधी बसें व कार सेवाएँ।
निष्कर्ष (Conclusion):
भारत की सुंदरता केवल उसकी ऐतिहासिक इमारतों और मंदिरों तक सीमित नहीं है — यहाँ की हरियाली, जंगल और पेड़ों से घिरे स्थान भी बेहद खास हैं। ये जगहें न केवल देखने में सुंदर हैं, बल्कि मन को शांति और शरीर को ऊर्जा देती हैं। यदि आप प्रकृति प्रेमी हैं, तो भारत की इन हरित जगहों की यात्रा अवश्य करें।
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